Pagemaker kya hai – पेजमेकर के टूल्स, फायदे, नुकसान, विशेषता, सीमा बताये?

हेलो फ्रेंड्स आज के आर्टिकल में हमें ऐसे बड़े टॉपिक पर बात करने वाले हैं। जो मतलब है बड़ा लेकिन बड़ा काम भी आता है। यह टॉपिक आपके लिए बहुत स्पेशल हो सकता है। इस टॉपिक को आसान से आसान शब्दों में डिटेल में नीचे विस्तार से दिया गया है। अब बात करते हैं कि इस स्पेशल टॉपिक का नाम क्या है तो इसको Pagemaker हैं। Page + maker यहां इन दो शब्दों से मिलकर बना हुआ होता है। मुझे लगता है दोस्तों आपने नाम से ही पहचान लिया होगा कि Pagemaker कितना हेल्पफुल है तो चलिए इसकी जानकारियां जल्द से जल्द जानते हैं।

 

Pagemaker क्या है?

वास्तव में Pagemaker एक तरह से डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर का रूप है। इसका इस्तेमाल मैन्युअली डॉक्यूमेंट को डिजाइन एवं क्रिएट करने के लिए होता है। खास तौर पर Pagemaker का यूज newspaper, graphics, e-books, visiting cards, banners, posters व other printing designs को क्रिएट करने में होता है।

सरल भाषा में कहे तो- Pagemaker एक तरह से कंप्यूटर का एक प्रोग्राम होता है। जिसकी हेल्प से कोई भी व्यक्ति सिंपली मैगज़ीन, न्यूज़ पेपर, शादी के कार्ड, किताबें, बैनर और पोस्टर को डिजाइन के साथ-साथ क्रिएट भी कर सकता है। खास पेजमेकर का उपयोग ग्राफिक रिलेटेड वर्क को करने में किया जाता है। आज के टाइम में पेजमेकर काफी पॉपुलर टूल बन चुका है बड़ी-बड़ी कंपनियां आज इसके हेल्प से ADS क्रिएट करती है। विशेष बात यहां है कि इसके द्वारा जो भी चीज यूजर बनाता है उसे वहां प्रिंटर की हेल्प से प्रिंट भी कर सकता है। वही यूजर को एक पेजमेकर में बहुत टाइप के टूल मिलते हैं जिनके इस्तेमाल से एक यूनिट डिजाइन क्रिएट करना यूजर के लिए बहुत ही आसान होता है। जब बात ग्राफिक डिजाइनिंग की आती है तो कहा जाता है कि पेजमेकर की वजह से ही ग्राफिक डिजाइन की स्टार्टिंग हुई थी। पॉपुलर पेजमेकर की बात करें तो इसमें Adobe PageMaker का नाम आता है। इसी पेजमेकर को सन 1985 में एल्डस कॉर्पोरेशन (Aldus Corporation) ने डेवलप किया था पर बात जब 1994 की आती है तो इस सन में Adobe कंपनी ने इसको परचेस कर लिया था।

 

Pagemaker के वर्जन कौन-कौन से हैं?

Pagemaker के वर्जन की बात करें तो अब तक बहुत सारे इसके वर्जन आ चुके हैं जो नीचे दिए गए हैं चलिए जिनके बारे में जानते हैं।

Version Name Release Date
 Aldus PageMaker 1.0 1985 में पहली बार तथा दिसंबर 1986 में आईबीएम पीसी के लिए रिलीज़ किया
Aldus PageMaker 1.2 1986 में
Aldus Pagemaker 2 1987 में
Aldus PageMaker 3 अप्रैल 1988 में
Aldus PageMaker 4 1990 में
Aldus PageMaker 5.0 जनवरी 1993 में
Adobe PageMaker 6.5 1996 में
Adobe Pagemaker 7.0 9 जुलाई 2001 में

 

 

PageMaker की विशेषता बताइए?

PageMaker की कुछ प्रमुख विशेषता निम्नलिखित दी गई है। आइये दोस्तों जिनके बारे में डिटेल में जानते हैं-

(1) पेजमेकर में दिये गये टेम्पलेट्स (Templates) के रूप में विभिन्न उद्देश्यों के लिए पब्लिकेशन का निर्माण करने हेतु अनेक ले-आउट्स दिए होते हैं।

(2) पेजमेकर में दी गयी स्टैण्डर्ड टूलबार (Standard Toolbar) पर दिए गए टूल बटन का प्रयोग करके नई पब्लिकेशन फाइल को खोलने, किसी पुरानी पब्लिकेशन फाइल को खोलने, फाइल पर किये गये कार्य को सुरक्षित करने, प्रिंट करने से लेकर टैक्स्ट की फॉर्मेटिंग तथा स्पेलिंग की जांच का कार्य भी किया जा सकता है।

(3) पेजमेकर में अन्य ग्राफिक्स सॉफ्टवेयर की भांति, इसमें रहते हुए भी स्कैनर से किसी इमेज को स्कैन करके पब्लिकेशन में प्रयोग किया जा सकता है साथ ही फोटोशॉप के प्रभावों को पेजमेकर में रहकर भी प्रयोग किया जा सकता है।

(4) पेजमेकर में तैयार किए गए पब्लिकेशन में सामान्य ग्राफिक ऑब्जेक्ट्स से लेकर मूवी जैसे ऑब्जेक्ट्स को भी इन्सर्ट किया जा सकता है।

(5) पेजमेकर में डेटाबेस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर में तैयार की गई डाटाबेस फाइल्स को भी पब्लिकेशन में प्रयोग किया जा
सकता है।

 

PageMaker की सीमाएँ क्या है?

पेजमेकर की कुछ प्रमुख सीमाएँ निम्नलिखित हैं-

(1) पेजमेकर में टैक्स्ट के साथ ग्राफिक्स का प्रयोग किया जा सकता है, परन्तु इनको पोस्ट स्क्रिप्ट प्रिंटर पर प्रिंट करते समय कभी-कभी ये अपने स्थान से विस्थापित हो जाते हैं।

(2) पेजमेकर का पब्लिकेशन पोस्टस्क्रिट प्रिंटर पर प्रिंट करते समय कभी-कभी पूरा प्रिंट नहीं होता है।

(3) पेजमेकर में समीकरण आदि बनाने का कार्य अत्यंत दुष्कर कार्य है।

PageMaker के टूल्स कौन-कौन से हैं?

PageMaker में जो भी Tools यूज करने के लिए मिलते हैं, जिनका विवरण निम्न प्रकार से दिया गया है आइए दोस्तों विस्तार से जाने –

• Pick Tool-

Pick Tool का यूज करके आप किसी चित्र या मैटर को Select करते हैं। यदि इस टूल पर डबल क्लिक किया जाए तो Preference डायलॉग बॉक्स स्क्रीन पर आ जाएगा और आप रूलर को सेमी या इंच इत्यादि में बदल सकते हैं या फिर ग्राफिक डिस्प्ले को High resolution में बदलने जैसे अनेकों कार्य कर सकते हैं।

• Type Tool-

Type Tool को Select करने के बाद आप पेज पर जिस स्थान पर भी क्लिक करते हैं। उस स्थान पर एक कर्सर आ जाता है और इसके बाद कोई भी मैटर टाइप कर सकते हैं। यदि इस टूल पर डबल क्लिक करें तो Character Specifications का डायलॉग बॉक्स स्क्रीन पर आ जाता है। इसमें आप मैटर को भिन्न-भिन्न प्रकार के Font, Size, Color एवं Style में बदल सकते हैं।

• Rotation Tool-

Rotation Tool पर क्लिक करने के बाद जब चित्र पर क्लिक करते हैं तो उसके चारों ओर Nodes दिखाई देते हैं। माउस द्वारा किसी भी Node को पकड़ कर घुमाते हैं तो वह चित्र घूमने लगता है। इस तरह हम Node को किसी भी Angle में घुमा सकते हैं।

• Crop Tool-

Crop Tool द्वारा हम किसी भी चित्र को काटकर उसके किसी भी मनचाहे भाग को प्राप्त कर सकते हैं। इस तरह उसका अवांछित भाग कट जाता है, जो दिखाई तो नहीं देता, परन्तु यदि आवश्यकता पड़े तो Crop Tool द्वारा पुनः उसे प्राप्त किया जा सकता है।

• Freehand Line Tool-

इस Tool द्वारा हम किसी भी एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक लाइन खींच सकते हैं, अर्थात हम किसी भी Angle में लाइन खींच सकते हैं।

• Horizontal or Vertical Line Tool-

इस Tool द्वारा हम Horizontal या Vertical Angle की लाइन खींच सकते हैं। उपरोक्त दोनों टूल्स में से किसी पर भी डबल क्लिक करने पर Customer Strock का डायलॉग बॉक्स स्क्रीन पर आ जाता है। इसमें आप भिन्न-भिन्न प्रकार की Line Select कर सकते हैं और उनकी भी Width बदल सकते हैं।

Box Tool-

Box Tool की सहायता से किसी भी आकार का बॉक्स बना सकते हैं। इस Tool पर डबल क्लिक करने पर Rounded Corners का डायलॉग बॉक्स स्क्रीन पर दिखाया जाता है। जिसमें से किसी एक प्रकार के Rounded Corner विकल्प को चुनकर आप बॉक्स में Apply कर सकते हैं।

• Box Frame Tool-

Box Frame Tool द्वारा आप एक Rectangle Frame प्राप्त करते हैं जिसमें किसी भी प्रकार का सेंटर या चित्र सेट कर सकते है। इस तरह Frame में सेट किया गया मैटर या चित्र Frame के Size अनुसार सेट हो जाता है और इसे उपयुक्त स्थान पर ले जाया जा सकता है। इस टूल पर डबल क्लिक करने पर Frame Option का डायलॉग बॉक्स स्क्रीन घर आ जाता है, जिसमें आप Frame के अन्दर वाले Contents की Position और Alignment बदल सकते हैं।

• Ellipse Tool-

Ellipse Tool द्वारा हम गोल घेरा (Circle) बना सकते हैं। जिसमें मनचाहे साइज में Frame बनाकर मैटर या चित्र सेट किया जा सकता है। इस टूल पर डबल क्लिक करने पर Frame Options का डायलॉग बॉक्स स्क्रीन पर आ जाता है और इसमें आप अपना मनचाहा विकल्प चुन सकते हैं।

• Polygons Tool-

Polygons Tool द्वारा तीन या इससे अधिक Side वाले Polygons बनाए जा सकते हैं। उदाहरण के लिए- यदि आप त्रिभुज, चतुर्भुज, पंचभुज या षट्कोण आदि बनाना चाहते हैं तो Polygons tool पर क्लिक करें और Polygons के लिए किसी एक स्थान पर क्लिक करके उसी के आगे थोड़ी दूरी पर दूसरा क्लिक करें और इसी प्रकार उसे Polygons Shape देते हुए 5 क्लिक और करते हैं। इस तरह जो Polygon बनेगा उसकी सभी भुजाएँ बराबर होंगी। यदि आप Polygons की Sides की संख्याएँ बदलना चाहते हैं या उसकी प्रत्येक भुजा का Size बदलना चाहते हैं तो Polygon पर डबल क्लिक करें। इस तरह Polygon Setting का डायलॉग बॉक्स स्क्रीन पर आ जाएगा जिससे आप Polygon में अपनी मनचाही सेटिंग कर सकते हैं।  

• Polygon Frame Tool-

Polygon Frame Tool में हम मनचाहे मैटर या डिजाइन को सैट कर सकते हैं। इस टूल पर डबल क्लिक करने पर Frame Option का डायलॉग बॉक्स स्क्रीन पर आ जाता है, जिससे हम मैटर या डिजाइन की सेटिंग को Change कर सकते हैं।

• Tool-

इस टूल की सहायता से हम डॉक्यूमेंट को खिसका सकते हैं या स्क्रीन को ऊपर-नीचे कर सकते हैं। इस टूल में हम ALT + माउस के बटन को Press करके भी पेज को खिसका सकते हैं।

• Zoom Tool-

इस टूल को क्लिक करने के बाद पेज के किसी भी स्थान को हम बड़ा करके देख सकते हैं, अर्थात् Zoom In या Zoom Out करने के लिए Ctrl ‘की’ का प्रयोग साथ में करते हैं।

 

PageMaker से क्या फायदे हैं?

PageMaker के कुछ फायदे निम्न दिए गए हैं आइए जानते हैं।

• PageMaker में यूजर अपने हिसाब से सभी चीजों को एडिट और डिजाइन कर सकता है।
• PageMaker में बहुत सारे टूल्स अवेलेबल है जिनकी हेल्प से यूजर एक क्रिएटिव डिजाइन तैयार कर सकता है।
• PageMaker में डॉक्यूमेंट या फाइलों में कलर करना भी पॉसिबल है।

 

PageMaker के क्या नुकसान हैं?

PageMaker के यूज से कुछ नुकसान का भी सामना करना पड़ता है जो की निम्न माध्यम से विस्तार में दिए गए हैं।

• नए लोगों के लिए PageMaker काफी मुश्किल हो सकता है।
• PageMaker स्पेशली spreadsheet (स्प्रेडशीट) की सर्विस नहीं देता है।
• अक्सर देखा गया है कि PageMaker अमान्य एचटीएमएल सोर्स कोड प्रोवाइड करता है।  

 

सारांश –

आशा करता हूं कि दोस्तों आपको Pagemaker क्या है? तथा इससे संबंधित सभी जानकारियां पसंद जरूर आई होगी। फिर भी आपको अगर कहीं ना कहीं Pagemaker सब्जेक्ट को लेकर कुछ डाउट हो तो आप कमेंट बॉक्स में तुरंत बिना किसी प्रॉब्लम के पूछ सकते हैं।
“Thankyou”

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