Open Source Software क्या है – यहाँ कैसे काम करता हैं?

टेक्नोलॉजी के दौर में आज हम सभी टेक्नोलॉजी से दिनों दिन परिचित होते जा रहे हैं। आज हम उस दौर में जी रहे हैं जहां सब कुछ संभव है। एक टाइम वह था जहां बड़े-बड़े कामों की कल्पना करना भी मुश्किल था। आज टेक्नोलॉजी ने चारों तरफ विकास किया है और काफी कुछ परिवर्तन भी कर दिया है। इस टेक्नोलॉजी के दौर में Open Source Software एक ऐसा प्रोग्राम है जिसका कोई व्यक्ति फ्री में उपयोग कर सकता है। यह बात बहुत आश्चर्यजनक जरूर है लेकिन पूरी जानकारी आपको इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद ही मिलेगी। आज के आर्टिकल में Open Source Software क्या है? इसके लाभ यह सभी जानकारियां दी गई है। तो हम सभी जानते हैं कि टेक्नोलॉजी के जमाने में हमको सभी जानकारियां ज्यादा ना सही थोड़ी बहुत मालूम जरूर होनी चाहिए। यह जानकारी ऐसी है जो पता नहीं किस टाइम हमारे काम आ जाए चलिए बिना देर करें जानते हैं।

 

Open Source Software क्या है?

Open Source Software (OSS) यह ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं जो source code (जिनसे प्रोग्राम क्रिएट होता हैं) के साथ पूर्ण रूप से वितरित होता है जिसको यूजर जब चाहे तब चेंज, रिपेयर व दोबारा वितरित कर सकता है।

सरल शब्दों में कहे तो- Open Source Software (OSS) ऐसे सॉफ्टवेयर है जिनका कोई भी यूजर फ्री में यूज कर सकता है वही यूजर अपनी आवश्यकता के अनुसार इनमें परिवर्तन भी कर सकता है। एक उदाहरण से समझते हैं जैसे- windows system मुख्य रूप से close source software है कहने का अर्थ इसको कोई भी व्यक्ति मोडिफाइ नहीं कर सकता है। मॉडिफाई करना सिर्फ कंपनी के हाथ में होता है हालांकि Linux system एक open source software है जिसको हम अपनी आवश्यकता के हिसाब से चेंज कर सकते हैं। Open Source Software का एक लाइसेंस प्रसारित किया जाता है। जिससे copyright owner अन्य किसी भी उपयोगकर्ता को सॉफ्टवेयर उपयोग करने के साथ-साथ उसमें परिवर्तन करने की भी अनुमति देता है। यह सॉफ्टवेयर इंटरनेट पे फ्री में मिल जाते हैं। वही ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के जो सोर्स कोड है उनको भी फ्री में कोई भी डाउनलोड कर सकता है। इसमें कोई नियमबद्ध बातें नहीं होती है मतलब इन सोर्स कोड को किसी सेकंड पर्सन के साथ शेयर करना भी लागू हैं। Linux, VLC media player, Mozilla Firefox, Apache web server और JQuery आदि ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के उदाहरण है।

 

Open Source Software के जनक कौन है?

Open Source Software के जनक “Richard Stallman” है इन्होंने ही वर्ष 1984 में सर्वप्रथम फ्री सॉफ्टवेयर को डेवलप किया था।

 

Open Source Software के उपयोग क्या है?

Open Source Software जिसका इस्तेमाल भिन्न-भिन्न टाइप के सॉफ्टवेयर में होता है। जिनमें से कुछ उदाहरण इस प्रकार है-

Operating system OS – Linux, ubuntu, android

Web server – Apache

Database – MySQL, PostgreSQL

Programming language –  Python, Java, C

Office suit – LibreOffice

Graphics software – GIMP, Inkscape, and Blender.

Open Source Software (OSS) कैसे काम करता हैं?

Open Source Software (OSS) कि वर्किंग को समझा जाए तो सबसे पहले बिजनेस यूजर के नजरिए से अगर देखा जाए तो ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर, एक लिमिट से पार होकर मालिकाना हक प्रदान करते हैं। यह बिल्कुल proprietary software systems के समान ही काम करता है जिसमें commercial software firms हेल्प से प्रोवाइड कराए जाते हैं।
इनमें एक आश्चर्यजनक बात यहां होती है कि यह बिना पैसे के यानी बिना pay प्राप्त हो जाते हैं। वहीं कुछ अलग-सी बातें भी इनके अंदर होती है जैसे- देखा जाए तो Open Source Software (OSS) को यूज में लेने वाले जो भी यूजर हैं वे प्रभावी रूप से co-developers हैं, वह अपने अंदर के एवरेज से न्यू मॉडल में सजेस्ट भी कर रहे होते हैं। वही improve करने में एवं साथ में bugs को बाहर निकालने की हेल्प करते हैं। दोस्तों अगर आपको अभी भी कुछ समझ नहीं आया तो एक सरल भाषा में कहे तो- आप एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ता है तो इसमें आप अपनी मनमर्जी से modify  कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप अपनी जरूरत को ध्यान में रखते हुए दूसरे नए ऑपरेटिंग सिस्टम में port भी कर सकते हैं। वही आपको दूसरे पर्सन के साथ शेयर करना है तो शेयर भी बिना प्रॉब्लम के कर सकते हैं।

 

Open Source Software के लाइसेंस क्या होते हैं?

Open Source Software के लाइसेंस यह उन दिशा-निर्देशों या शर्तों का समूह होते हैं। जहां से सॉफ्टवेयर के उपयोग, परिवर्तन तथा वितरण को कंट्रोल किया जाता हो।  इन लाइसेंस का केवल एक ही टारगेट फिक्स होता है कि सॉफ्टवेयर को किस प्रकार उपयोग किया जाता है और कैसे नहीं? इन लाइसेंस की हेल्प से यहां कंफर्म हो जाता है कि सॉफ्टवेयर का जो सोर्स कोड है वहां जनता के हित में है। अगर जनता के हित में बात आती है तो उसे आगे और बढ़ावा मिलता है।

नीचे कुछ Open Source Software के लाइसेंस के बारे में चर्चा की गई है।

1. GNU General Public License (GPL) :-

यह एक जनरल कॉपी लेफ्ट लाइसेंस होता है। जिसके द्वारा सॉफ्टवेयर की कॉपी, वितरण और परिवर्तन को कंट्रोल किया जाता है। इस लाइसेंस से यहां मालूम चल जाता है कि जब भी कोड का कोई नया वर्जन बनाया गया है तो उसका सोर्स कोड भी प्रचलित होता है।

2. MIT License :-

यहां लाइसेंस जगत में बहुत ही सरल एवं प्रसिद्ध लाइसेंस में से एक है। इनमें किसी प्रकार की कोई ज्यादा शर्तें लागू नहीं होती है यानी उपयोगकर्ता बिना किसी झंझट के उपयोग करने की अनुमति ले सकता है।

3. Apache License :-

यहां लाइसेंस भी काफी मददगार सिद्ध हुआ है यहां काफी पॉपुलर लाइसेंस तो है साथ ही यहां सॉफ्टवेयर का वितरण और संशोधन को कंट्रोल करने की भी पूर्णतः अनुमति देता है।

4. BSD License :-

इस लाइसेंस के सहयोग से सॉफ्टवेयर के कोड को आजमाया जा सकता है और पुनः वितरित करने की बात आती है तो यहां भी मुमकिन है। पर इसमें कुछ हद तक अनुमति और जिम्मेदारियां को निभाना जरूर पड़ता है।

 

Open Source Software के फायदे-

Open Source Software के कुछ फायदे निम्न तरीके से बताए गए हैं-

• Flexible – Flexible के मामले में यह सॉफ्टवेयर काफी अच्छे होते हैं। उपयोगकर्ता अपनी मर्जी से सोर्स कोड को चेंज कर सकता है।

• Freedom – यह सॉफ्टवेयर पूर्ण रूप से Freedom कैटेगरी में आते हैं। जिससे कोई भी यूजर इनको डाउनलोड करके उपयोग में ले सकता है।

• Free – यह सॉफ्टवेयर मैन्युअली फ्री होते हैं। उपयोगकर्ता फ्री में इन सोर्स कोड को डाउनलोड कर सकता है और उपयोग कर सकता है।

• Easy Modify – अच्छा मॉडिफाई कि जब बात आती है तो नए यूजर भी इन सोर्स कोड को एडिटर मॉडिफाइड कर सकता है।

 

Open Source Software के नुकसान-

Open Source Software के एक तरफ फायदे देखने को मिलते हैं तो दूसरे पहलू पर कुछ नुकसान से भी मुलाकात होती है।

• Usability – अक्सर पाया गया है कि ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर में थोड़ी कठिनाई होती है इन्हें डेवलपर्स की आवश्यकता के हिसाब से और उसको पूरा करने के लिए विकसित किया जाता है जिस वजह से यह यूजर फ्रेंडली नहीं हो पाते हैं।

• Less Support – हां इसमें सपोर्ट वाले मामले में थोड़ी निराशा देखने को मिलती है। यूजर द्वारा अगर सॉफ्टवेयर में कोई प्रॉब्लम आ जाती है तो फिर यूजर को कम्युनिटी के ऊपर डिपेंड होना पड़ता है और प्रॉब्लम अगर ज्यादा गंभीर है तो उसमें समय भी बहुत ज्यादा लग सकता है।

• Security risks – सुरक्षा जैसा बंदोबस्त इनमें होता ही नहीं है। जिस वजह से सोर्स कोड को कोई भी व्यक्ति देख सकता है और जब चाहे तब हैक भी कर सकता है।

• Technical Knowledge – टेक्निकल नॉलेज इन सोर्स कोड में बहुत चाहिए होता है क्योंकि यह यूजर फ्रेंडली नहीं हो पाते हैं। जिस वजह से इनको उपयोग में लेने के लिए टेक्निकल नॉलेज जरूरी होता है।  

 

Open Source Software एवं Closed Source Software के बीच अंतर बताइए?

इन दोनों सोर्स सॉफ्टवेयर के बीच बहुत प्रकार का अंतर देखने को मिलता है जो कि इस प्रकार है-

No.

Open Source Software

Closed Source Software

1. ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर को फ्री में उपयोग में लाया जा सकता है।  क्लोज्ड सोर्स सॉफ्टवेयर को उपयोग में लाने के लिए पैसे देने होते हैं।
2. इसमें उपयोगकर्ता अपनी मर्जी से मॉडिफाई कर सकता है।  इसमें मॉडिफाई वाला ऑप्शन होता ही नहीं है इसको केवल ओनर ही मॉडिफाई कर सकता है।
3. इस टाइप के सॉफ्टवेयर पब्लिक होते हैं।  इस टाइप के सॉफ्टवेयर प्रोटेक्टर रूप में होते हैं।
4. इनको कई सारे उपयोगकर्ता उपयोग में ले रहे हैं।  इनको बहुत कम लोग ही होते हैं जो उपयोग में ले रहे होते हैं।
5. इसके कुछ उदाहरण-  Android, Linux, Firefox  इसके कुछ उदाहरण- Windows, mac OS, Internet Explorer

 

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सारांश-

आशा करता हूं कि दोस्तों आपको Open Source Software क्या है? इससे रिलेटेड सभी जानकारी पसंद जरूर आई होगी और आपको वही सभी जानकारी समझने में भी किसी प्रकार की तकलीफ नहीं हुई होगी। मैंने अपनी तरफ से आसान से आसान शब्दों में सभी जानकारी समझने की पूरी कोशिश की है अगर फिर भी आपको कहीं ना कहीं डाउट है । तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। साथ में इस आर्टिकल को सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
“Thankyou”

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