इंटरनेट ऑफ थिंग्स क्या है – IOT काम कैसे करता है?

आज इंटरनेट के दौर में हर तरफ परिवर्तन देखने को मिल रहा है चाहे वहां कोई सी भी फील्ड क्यों ना हो हर तरफ निरंतर विकास हो रहा है। इंटरनेट के दौर में इंटरनेट से संबंधित जानकारियां कई लोगों को मालूम नहीं है और यह जानकारी ऐसी है। जो फ्यूचर में पता नहीं कब और कहां उपयोगी हो जाए। आज के आर्टिकल में हम इंटरनेट से संबंधित विषय पर ही चर्चा करने वाले हैं जिसे IOT यानी इंटरनेट ऑफ थिंग्स कहते हैं यहां इसका फुल फॉर्म होता है। चलिए दोस्तों बिना समय गंवाए जल्द से जल्द इस खास विषय पर पूरी जानकारियां जानने का पूरा प्रयास करते हैं।

 

IOT क्या है?

IOT का Full Form “Internet of Things” (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) है। यहां एक नेटवर्क है जो विभिन्न डिवाइस को एक-दूसरे से जोड़ते हैं। बिना किसी हस्तक्षेप के ये आईपी कनेक्टिविटी के जरिए डिवाइस को कनेक्ट करते हैं। सन् 1999 में एक scientist जिसका नाम “Kevin Ashton” था सबसे पहले इस concept का नाम ‘Internet of Things’ इन्होंने रखा था। तब वो P&G (जो कि बाद में MIT’s Auto-ID Center बना) में काम किया करते थे। ये भले ही एक नया term था, लेकिन इसके operation नए नहीं थे। इसके operation में जो techniques इस्तेमाल में लाई जाती हैं। जैसे-pervasive computing, ubicomp और ambient intelligence इस सबकी जानकारी पहले से ही लोगों को थी ।

इंटरनेट ऑफ थिंग्स क्या है - IOT काम कैसे करता है?

IOT काम कैसे करता है?

IOT (Internet of Things) IPV6 पर काम करता है और इस IPV6 का मतलब है Internet Protocol Version 6 और हर डिवाइस का अपना-अपना अलग IP Address होता है। IOT Devices में और तरह की भी टेक्नोलॉजी यूज होती है जैसे कि Bluetooth, WiFi आदि। इससे यह फायदा होता है कि करोड़ों डिवाइसेस एक दूसरे के साथ easily कनेक्ट हो जाते है। वह भी बिना किसी रूकावट के और यह वह Devices होती है। जिनका हम हर रोज use करते हैं जैसे कि TV, AC, Cooler, रेफ्रिजरेटर, Microwave इत्यादि ।
इन्हें आप Internet के साथ connect कर सकते है-

1. Connected Wearables-Smartwatches, Smart glasses, fitness bands आदि।

2. Connected Homes- इसमें ऐसे उपकरण शामिल है जिन्हें हम घर पर इस्तेमाल करते हैं।

3. Connected Cars-vehicles जो कि Internet के साथ connect हो सकें।

4. Connected Cities-smart meters जो कि आसानी से water, gas, electricity के usage को analyse कर सकते हैं।

 

IOT के मुख्य Opportunities और Benefits-

IOT हमें ऐसे opportunity प्रदान करता है जिससे हम ज्यादा efficiently अपने काम कर सकें जिससे हमारे समय और पैसों की बचत हो तथा हमारा काम भी आसानी से हो जाये। Internet of Things हमें हमारे दैनिक के issues का समाधान करने में मदद करता है – जैसे एक busy area में अपने car के लिए parking space खोजना, अपने home entertainment system को link करना और fridge के webcam से ये check करना कि हमें और दूध चाहिए या नहीं। इसके साथ IOT हमें industrially भी बहुत से benefits प्रदान करता है जैसे कि-

1. Unprecedented Connectivity का होना – IOT के data और insights की मदद से Industries को ये मालूम पड़ता है कि उनके consumers को किस प्रकार की devices चाहिए और किस प्रकार की service जिससे वो और भी बेहतर innovative new products प्रदान कर सकें, इसके साथ वो अपने competitors के तुलना में ज्यादा अच्छे services प्रदान कर सकें।

2. Increased Efficiency – IOT network बहुत ही smart और intelligent होते हैं जो कि real-time data arm employees को प्रदान करते हैं जिसमें ऐसे information भी होते हैं जिससे कि day-to-day efficiency और productivity को optimize किया
जा सके।

3. Cost Savings – IOT devices बहुत ही accurate data प्रदान करते हैं और Organization को automated workflows भी प्रदान करते हैं जिससे वो उनके operating costs और errors को minimize कर सकें।

4. Time Savings – Smart devices के connect हो जाने से वो अलग-अलग organizations को System और processes को enhance करने में मदद करते हैं जिनसे उनके बहुत समय की बचत होती है।

 

IOT के मुख्य Threats और Challenges-

उदाहरण के लिए IoT botnets, जिन्हें network को manage करने के लिए तैयार किया गया था। लेकिन समय के साथ-साथ इन्हें और update नहीं किया गया है जिसके चलते बहुत से बड़े websites और services 2016 में offline हो गए। परिणामस्वरूप लोगों को बहुत-सी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
सभी चीजों जो कि internet से connected हो उन्हें hack किया जा सकता है, ऐसे में IOT भी इसमें शामिल हैं। ऐसे बहुत से देखते है जहाँ Hackers online बहुत से sites को hack कर लेते हैं। scenes movies यदि सभी चीजें online से link हो जाएंगे तब बहुत से privacy issue होने के chances हैं। भविष्य में intelligence services internet of things identification, surveillance, monitoring, location tracking के लिए कर सकते हैं और networks के ऊपर access gain करने के लिए भी।

 

यहां भी जाने – CPCT क्या है? इसको करने से क्या फायदे हैं?

निष्कर्ष –

आशा करता हूं कि आपको ऊपर दी गई Internet of Things से रिलेटेड सभी जानकारियां पसंद जरूर आई होगी और आपको सभी जानकारियां समझने में भी किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आई होगी फिर भी अगर आपको कहीं ना कहीं कोई सा भी इस विषय से रिलेटेड अगर प्रश्न या डाउट हो तो आप तुरंत कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। साथ में इस आर्टिकल को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।
“Thanks To All”

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