कम्प्यूटर क्या है? इसकी परिभाषा, विशेषता, सीमाएं, अनुप्रयोग व कंपोनेंट के बारें में।

आज के आर्टिकल में दोस्तों कंप्यूटर के बारे में जानकारी जानने वाले हैं। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि कम्प्यूटर क्या है? इसकी परिभाषा, विशेषता लगभग सभी जानकारियां हम इस आर्टिकल की मदद से जानेंगे। आज टेक्नोलॉजी का जमाना है आज हमारे चारों ओर निरंतर टेक्नोलॉजी बढ़ती ही जा रही है। इस टेक्नोलॉजी के जमाने में लगभग हमें सभी चीजों का फुल नॉलेज अवश्य होना चाहिए तो अन्य टेक्नोलॉजी में एक कंप्यूटर ऐसा शब्द है। जो बहुत ही पावरफुल है इतना ही नहीं यहां इतना हेल्पफुल भी है कि इसकी हेल्प से बड़े-बड़े कार्य कुछ ही सेकंड में पूरे हो सकते हैं चलिए इसके बारे में और भी अधिक जानते हैं-

 

कम्प्यूटर क्या है?

कंप्यूटर एक स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो डाटा तथा निर्देशों को इनपुट के रूप में ग्रहण करता है, निर्देशों के अनुरूप उनका विश्लेषण करता है तथा आवश्यक परिणामों को निश्चित प्रारूप में आउटपुट के रूप में निर्गत करता है। यह डाटा, निर्देश (सॉफ्टवेयर) तथा परिणामों को store भी करता है ताकि आवश्यकतानुसार इनका उपयोग किया जा सके। यह डाटा के भंडारण (storage) तथा तीव्र गति और त्रुटि रहित ढंग से उसके विश्लेषण का कार्य करता है।

 

कम्प्यूटर की परिभाषा (Definition) बताये?

ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के अनुसार, “कंप्यूटर एक स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जो अनेक प्रकार की तर्कपूर्ण गणनाओं के लिए प्रयोग किया जाता है।” कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो इनपुट के रूप में डाटा स्वीकार करता है, दिए गए निर्देशों के अनुरूप डाटा को प्रोसेस कर उसे सूचना में बदलता है, डाटा तथा सूचना को भविष्य में प्रयोग के लिए स्टोर करता है तथा प्रोसेस किए गए परिणामों को आवश्यकतानुसार आउटपुट के रूप में निर्गत करता है।

इस प्रकार, कम्प्यूटर के बुनियादी कार्य हैं-

डाटा को इनपुट के रूप में स्वीकार करना

डाटा को दिए गए निर्देशों के अनुरूप प्रोसेसर कर सूचना में बदलना।

डाटा और सूचना को भविष्य में उपयोग के लिए स्टोर करना

सूचना का विश्लेषण कर आउटपुट के रूप में निर्गत करना।

कम्प्यूटर क्या है

कम्प्यूटर सिस्टम के कंपोनेंट क्या है?

कम्प्यूटर सिस्टम के कंपोनेंट- कंप्यूटर का प्रत्येक घटक या तो हार्डवेयर है या साफ्टवेयर। किसी भी कंप्यूटर सिस्टम को मुख्यतः तीन भागों में बांटा जा सकता है-
– हार्डवेयर
– सॉफ्टवेयर
– डाटा

1. हार्डवेयर (Hardware) : कंप्यूटर मशीन का वह भौतिक भाग जिसे हम देख और छू (Touch) कर महसूस कर सकते हैं, हार्डवेयर कहलाता है। जैसे—की-बोर्ड, माउस, मॉनिटर, सीपीयू, प्रिंटर, हार्ड डिस्क ड्राइव, मदरबोर्ड, प्रोसेसर, स्पीकर आदि ।

2. सॉफ्टवेयर (Software) : अनुदेशों और प्रोग्रामों का समूह जो कंप्यूटर को यह बताता है कि उसे क्या और कैसे करना है, सॉफ्टवेयर कहलाता है। कम्प्यूटर का हार्डवेयर सॉफ्टवेयर के अनुदेशकों के अनुसार ही काम करता है। एक ही हार्डवेयर अलग अलग सॉफ्टवेयर निर्देशों के आधार पर अलग-अलग कार्य कर सकता है। सॉफ्टवेयर को हम छू नहीं सकते और न ही भौतिक रूप में देख सकते हैं। इस प्रकार, हार्डवेयर यदि कम्प्यूटर का शरीर है तो सॉफ्टवेयर उसकी आत्मा है।

3. डाटा (Data) : डाटा कच्चे तथ्यों (raw facts) और सूचनाओं का अव्यवस्थित संकलन है जिससे कोई सार्थक निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता।

 

कंप्यूटर की विशेषता क्या है?

कंप्यूटर की विशेषता-

1. Speed- कंप्यूटर जो एक सेकंड में लाखों गणनाएं कर सकता है।
2. Quick decision- कंप्यूटर परिस्थितियों का विश्लेषण कर पूर्व में दिए गए निर्देशों के आधार पर तीव्र निर्णय की क्षमता रखता है।
3. Paperless Work- कंप्यूटर के सही प्रयोग से कागज की खपत भी कम की जा सकती है। जिस वजह से पर्यावरण संरक्षण में भी काफी हेल्प मिलती है।
4. Automatic- कंप्यूटर एक स्वचालित मशीन है जिसमें गणना के दौरान मानवीय हस्तक्षेप की संभावना नगण्य रहती है परंतु कंप्यूटर को वर्क करने के लिए निर्देश मनुष्य द्वारा ही दिए जाते हैं।

 

कम्प्यूटर की सीमाएं क्या है?

(i) बुद्धिहीन (No mind) : कम्प्यूटर में स्वयं की सोचने और निर्णय लेने की क्षमता नहीं होती। यह केवल दिये गये दिशा-निर्देशों के अंदर ही कार्य कर सकता है।

(ii) खर्चीला (Expensive) : कम्प्यूटर के हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर काफी महंगे होते हैं तथा इन्हें समय-समय पर आवश्यकतानुसार परिवर्तित भी करना पड़ता है।

(iii) वायरस का खतरा (Immune to virus) : कम्प्यूटर में वायरस का खतरा बना रहता है जो सूचना और निर्देशों को दूषित या समाप्त कर सकता है। ये वायरस कंप्यूटर की भंडारण क्षमता को भी प्रभावित करते हैं। हालांकि एंटीवायरस सॉफ्टवेयर (Antivirus Software) का प्रयोग कर इससे बचा जा सकता है।

(iv) विद्युत पर निर्भरता (Depends on Electricity) : कंप्यूटर अपने कार्य के लिए विद्युत पर निर्भर करता है तथा इसके अभाव में कोई भी कार्य संपन्न कर पाने में सक्षम नहीं है।

 

कम्प्यूटर के अनुप्रयोग क्या है?

कम्प्यूटर के अनुप्रयोग निम्नलिखित हैं –

(i) डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) : बड़े और विशसांख्यिकीय डाटा से सूचना तैयार करने में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है। जनगणना, सांख्यिकीय विश्लेषण, परीक्षाओं के परिणाम आदि में इसका प्रयोग किया जा रहा है।

(ii) सूचनाओं का आदान-प्रदान (Exchange of Information) : भंडारण की विभिन्न पद्धतियों के विकास और कम स्थान घेरने के कारण ये सूचनाओं के आदान-प्रदान के बेहतर माध्यम साबित हो रहे हैं। इंटरनेट (Internet) के विकास ने तो इसे ‘सूचना का राजमार्ग’ (Information Highway) बना दिया है।

(iii) शिक्षा (Education) : मल्टीमीडिया (Multimedia) के विकास और कम्प्यूटर आधारित शिक्षा ने इसे विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बना दिया है। डिजिटल लाइब्रेरी ने पुस्तकों की सर्वसुलभ सुनिश्चित की है।

(iv) वैज्ञानिक अनुसंधान (Scientific Research) : विज्ञान के अनेक जटिल रहस्यों को सुलझाने में कम्प्यूटर की सहायता ली जा रही है। कम्प्यूटर में परिस्थितियों का उचित आकलन भी संभव हो पाता है।

 

निष्कर्ष-

दोस्तों आशा करता हूं कि आपको ऊपर दी गई सभी जानकारियां जो कंप्यूटर से रिलेटेड है वह लगभग पसंद जरूर आई होगी। फिर भी अगर आपके मन में कोई कंफ्यूजन है तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
“धन्यवाद”

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